हल्की बारिश हो रही थी और आज ऑफिस में काम भी ज्यादा नहीं था अजय ने सोचा आज घर जल्दी जाकर थोड़ा आराम करूंगा । यह रोज-रोज का प्रेशर और बढ़ता हुआ तनाव उसे आराम करने का मौका ही नहीं देता है । घर आते वक्त कार जब एक सिग्नल पर रुकी तब उसने देखा बाहर बाइक पर एक कपल बैठा हुआ है उनकी उम्र करीब 35 से 40 साल होगी । उन्होंने रेनकोट नहीं पहना था और छाता भी हाथ में नहीं था । रिमझिम बारिश में वह अलग आनंद ले रहे थे । उन्हें देखकर अजय को मनीषा का ख्याल आया शादी के बाद इतना समय उसने कभी नहीं दिया था ।मनीषा बैंक में काम करती थी इसलिए शाम को सही समय पर घर आ जाती थी । लेकिन अजय का घर आने का कोई एक टाइम नहीं था ।
पुरानी यादें उसकी आंखों के सामने ताजा हो गई उनकी शादी मई में हुई थी और जून से बारिश शुरू हो गई । दोनों हफ्ते में एक बार शाम को जरूर भीगने के लिए जाते और घर आने के बाद रात को 2:00 से 3:00 बजे तक भरपूर आनंद उठाते । अजय ने सोचा आज वैसे भी मैं जल्दी घर जा रहा हूं तो क्यों ना इन पुरानी यादों को फिर से अनुभव करें । घर आते ही उसने मनीषा को कहा आज बच्चों को जल्दी सुला देना , उसके बाद हम दोनों बाहर चलेंगे और खूब बारिश में भीगने का आनंद उठाएंगे । मनीषा वैसे थकी हुई थी लेकिन बहुत दिनों बाद उसमें अजय को इतना उत्साहित देखा था । उसने जल्दी से खाना बनाकर बच्चों को खिला दिया बच्चे सोने के बाद दोनों थोड़ी देर के लिए बाहर चले गए और गरमा गरम चाय भी पी । ऐसा लग रहा था मानो पिछले 10 साल जीवन से पूरी तरह से गायब हो चुके हो । अजय की इच्छा और ज्यादा बढ़ रही थी और मनीषा भी बहुत खुश थी ।
अजय ने कहा घर चल कर नहा लेते हैं वैसे भी आज रात को तुम्हें जल्दी सोने का मौका नहीं मिलेगा । खाना खाने के बाद जब बेड पर दोनों गए तब मनीषा ने कहा आज बिल्कुल नहीं लगता कि तुम्हें दो बच्चे भी हैं । अजय इतना ज्यादा उत्साहित था कि जब काम का समय आया तो अपने आप को रोक नहीं पाया । परमोच्च आनंद की कल्पना की थी लेकिन सब कुछ कुछ मिनटों में खत्म हो गया ।
मनीषा समझदार थी उसने अजय से कुछ नहीं कहा लेकिन वह खुद परेशान हो गया । उसके बाद भी जब लगातार दो से तीन बार इसी तरह का अनुभव हुआ तब तो उसकी हिम्मत टूट गई । ऑफिस के काम में भी गलतियां होने लगी कई बार उसके मन में मेडिकल स्टोर से शक्ति वर्धक दवा खरीदने का सोचा लेकिन केमिकल के डर से उसने इस विचार को छोड़ दिया ।तभी कहीं पर पढने मे आया के आयुर्वेद में वाजीकरण हर पुरुष के लिए जरूरी होता है । जब अजय यह पढ़ रहा था तभी उसके ऑफिस में काम करने वाले मनोज देख लिया उसने पूछा कोई वाजीकरण दवा लेने का सोच रहे हैं आप तो आपको अश्वतुल कैप्सूल्स और तेल लेना चाहिए । मैं साल में दो से तीन बार इसका एक महीने का कोर्स कर लेता हूं । काम का तनाव , कम पोषण वाला खाना और साथ में हमारी यह पार्टियां इनकी वजह से शरीर में बहुत थकावट लगती है । लोग इस दवाइयों को गलत नजर से देखते हैं बल्कि यह तो हर पुरुष की एक पहली और सबसे बड़ी जरूरत होती है। कोई भी रासायनिक दवाइया लेने से काफी दुष्परिणाम होते है इसलिए हर पुरुष को डर लगता है लेकिन फिर भी किसी से सलाह लेने में वह तो शर्म आती है और इन्हीं वजह से गलत दवाइयों के चक्कर में पड़ जाते हैं ।
आयुर्वेदिक फार्मूला अगर पिछले २३ सालो से लोग इस्तेमाल कर रहे हो तो उसे शुरू करने में कोई संकोच नहीं होता। आयुर्वेद के साथ शक्ति वर्धन और धातु पोषण दोनों सही तरीके से होते हैं । असर भी लंबे समय तक चलता है बस दवा का चुनाव सही होना चाहिए । अजय बहुत हल्का महसूस कर रहा था । पिछले 4 से 5 सालों में इस आनंद को अजय भूल चुका था इसलिए वह कमी भी उसे पूरी करनी थी । मनीषा तो आज तक यह समझ नहीं पाई के अजय ने यह जादू कैसे किया । वाजीकरण से शारीरिक और मानसिक संतुलन भी ठीक हो जाता है ।इसलिए उसने घर में बेड पर और ऑफिस में टेबल पर दोनों जगह पर बहुत तरक्की कर ली।

सही समय पर सही चुनाव करने से जिंदगी बदल जाती है
पति पत्नी का रिश्ता विश्वास के साथ ही आपसी सम्बन्धो पर मजबूत रहता है । काम का दबाव, मानसिक तनाव , काम पोषणयुक्त आहार का सेवन करने से आज हर पुरुष में यौनशक्ति कमजोर होकर संपुर्ण आनंद लेना मुश्किल हो जाता है । तुरंत परिणाम के लिए रासायनिक द्रव्य युक्त औषधसेवन से कई बार पुरुष अपनी यौन क्षमता पूरी तरह खो देते है । तथा संवेदना भी नष्ट होती है । अनिच्छा के कारन पुरुषो में इरेक्शन यानि कठोरता में कम होना भी एक बहोत बड़ी समस्या है ।
आयुर्वेदा अनुसार हर पुरुष को वाजीकरण यानि शुक्रधातु का पोषण नियमित रूप से करना जरूरी होता है ।
